धो रहे हैं खूँ से खूँ के दाग़ नंदीग्राम में
- 3 March, 2022
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https://nayidhara.in/kavya-dhara/hindi-gazal-about-dho-rahe-hain-khoon-se-khoon-ke-daag-nandigram-se-b-r-viplavi/
- 3 March, 2022
धो रहे हैं खूँ से खूँ के दाग़ नंदीग्राम में
धो रहे हैं खूँ से खूँ के दाग़ नंदीग्राम में
बुझ सकेगी आग से क्या आग नंदीग्राम में
छिन गया है चैन सकते में है मेहनतकश किसान
‘सेज़’ है या कोई विषधर नाग नंदीग्राम में
हम ज़मीं को माँ का दर्जा देने वाले लोग हैं
माँ को कैसे कोई देता त्याग नंदीग्राम में
हैं खिलौने क़समों वादों के प्यारे झुनझुनें
फिर सियासत का वही षटराग नंदीग्राम में
हो गए अबके ग़रीबों के मसीहा बेनक़ाब
खेलते थे ख़ून की जो फाग नंदीग्राम में
अब तो दो-दो हाथ होगा मौत से भी ‘विप्लवी’
लो ख़्वाबों से उठे हैं जाग नंदीग्राम में
Original Image: The death of the poor
Image Source: WikiArt
Artist: Alexandre Antigna
Image in Public Domain
This is a Modified version of the Original Artwork