या तो हमारा नाम हवा

या तो हमारा नाम हवा

या तो हमारा नाम हवा में उछाल दे
या फिर शिकन की धूप से बाहर निकाल दे

प्यासों की इस जमात में बादल के नाम पर
होंठों पे आँसुओं का समंदर ही ढाल दे

जमने लगी है बर्फ जो रिश्तों के दरमियाँ
आए कोई करीब लहू को खँगाल दे

अपनी ही चाप सुनके बहुत थक चुके हैं हम
कुछ दूर साथ चलके ज़रा-सा सँभाल दे

ज़ख़्मों को हम गिनेंगे मगर शर्त है कि वो
लहज़े में थोड़ा दर्द मुहब्बत भी डाल दें।


Image : Twilight in Winter
Image Source : WikiArt
Artist : Jakub Schikaneder
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