दूर सितारों के झुरमुट में परियाँ

दूर सितारों के झुरमुट में परियाँ

दूर सितारों के झुरमुट में परियाँ हैं माँ कहती थीं
उन्हें नहाने को सोने की नदियाँ हैं माँ कहती थीं

बच्चों को जन्नत की सैर करा देती हैं लम्हों में
उनके हाथों में जादू की छड़ियाँ हैं माँ कहती थीं

इस दुनिया का हुस्नो-जवानी ढल ही जाना है एक दिन
हम मिट्टी की चलती-फिरती गुड़ियाँ हैं माँ कहती थीं

उड़ जाएँगी दूर देश को दाना-पानी की ख़ातिर
बहन-बेटियाँ तो शाखों की चिड़ियाँ हैं माँ कहती थीं

सुख आता है दुखियों को इमदाद[1] दिलाने की ख़ातिर
दुःख जीवन के इम्तिहान की घड़ियाँ हैं माँ कहती थीं

मत समझो आसान ‘विप्लवी’ घर छुटना जोगी बनना
घर परिवार तो बेड़ी और हथकड़ियाँ हैं माँ कहती थीं।


[1]. सहायता


Image : Fairy Tails
Image Source : WikiArt
Artist : Konstantin Makovsky
Image in Public Domain

बी.आर. विप्लवी द्वारा भी