गरदनें भी कमाल करती हैं

गरदनें भी कमाल करती हैं

गरदनें भी कमाल करती हैं
चाकुओं से सवाल करती हैं

एक वहाँ है जिसकी सदियों से
बस्तियाँ देखभाल करती हैं

दुनिया कपड़े बदलती है अपने
सम्तें जब ख़ुद को लाल करती हैं

तेरे आँगन का फाख्ताँ, अब
मेरे घर में धमाल करती हैं

उसकी आँखों की खैर हो मौला
उसकी आँखें सवाल करती हैं।


Image : Joseph Sold into Slavery by His Brothers
Image Source : WikiArt
Artist : Karoly Ferenczy
Image in Public Domain