हवा में है

हवा में है

हवा में है वो अभी आसमान बाकी है
अभी परिंदों की ऊँची उड़ान बाकी है

अभी तो उम्र के पन्ने पलट रहा है वो
अभी तो जिंदगी की दास्तान बाकी है

नजर में आपकी कंगाल हम भले ठहरे
हमारे पास अभी स्वाभिमान बाकी है

बना लिया है चार-छै मकान शहरों में
अमीर हो गया सारा जहान बाकी है

बड़ी अदा के साथ हुस्न ने ललकारा है
अभी तो तीर है देखा कमान बाकी है

करो हजार वार हमको डर नहीं लगता
लड़ेंगे जुल्म से जब तक कि जान बाकी है

मेरे मोहसिन अकेले दम पे कुछ नहीं होगा
सुबह हुई है पर उसकी अजान बाकी है।


Image : Boy Carrying a Sheaf
Image Source : WikiArt
Artist : Aleksander Gierymski
Image in Public Domain

डी.एम. मिश्र द्वारा भी