घटा छा रही है

घटा छा रही है

घटा छा रही है चलो गाँव में
हवा गा रही है चलो गाँव में

कभी मोरनी, शेरनी सी छोटा
गजब ढा रही है चलो गाँव में

कई साल मौसम रूलाया तो क्या
अभी भा रही है चलो गाँव में

नहीं और बंधक रहेगी हँसी
चली साथ देखो, चलो गाँव में

हरे खेत में चाँदनी दौड़कर
खुशी ला रही है चलो गाँव में

ये सड़कें ये बिजली हमें जोड़ने
चली आ रही है, चलो गाँव में।


Image: Village with a small tulsi altar and a watercarrier with his bullock
Image Source: Wikimedia Commons
Artist: William Prinsep 1840
Image in Public Domain