जानता हूँ निजाम बदलेगा

जानता हूँ निजाम बदलेगा

जानता हूँ निजाम बदलेगा
सिर्फ कुर्सी पे नाम बदलेगा

आग, है चुनाव के मौसम
अब चरागो का काम बदलेगा

ये फजाँ, नहीं बदलने की
शहर का सिर्फ नाम बदलेगा

अपनी मंज़िल निगाह में रखना
रास्ता गाम गाम बदलेगा

आज की रात क़त्ल की है रात
कल यहाँ का निज़ाम बदलेगा।


Image : Turkish Bashi Bazouk Mercenaries Playing Chess in a Market Place
Image Source : WikiArt
Artist : Jean-Leon Gerome
Image in Public Domain