जब मिले सच कोई नया भंते
- 1 April, 2022
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https://nayidhara.in/kavya-dhara/hindi-gazal-about-jab-mile-sach-koee-naya-bhante-by-devendra-arya-nayi-dhara/
- 1 April, 2022
जब मिले सच कोई नया भंते
जब मिले सच कोई नया भंते
भूल जाना मेरा कहा भंते
ज्ञान का तेल त्याग की बाती
अपना दीपक स्वयं जला भंते
दुनिया बदली तो प्रश्न भी बदले
कर नहीं पाए सामना भंते
होता है ज्ञान में नशा भंते
बुद्ध को होश था कहाँ भंते
आग लगनी थी , खून जमना था
तुमसे कैसे रहा गया भंते
जब कोई स्वर्ग नर्क है ही नहीं
काहे की पूजा-अर्चना भंते।
Image : Head of a Kirghiz. Sketch
Image Source : WikiArt
Artist : Vasily Perov
Image in Public Domain