झेल न पाया लम्बा घाटा रमदुल्ला

झेल न पाया लम्बा घाटा रमदुल्ला

झेल न पाया लंबा घाटा रमदुल्ला
खेती बाड़ी छोड़ के भागा रमदुल्ला

सूखा, पाला, ओला, बारिश, आग, हवा,
सालों साल मुसीबत मारा रमदुल्ला

जमा पूँजी हो गई खत्म, बेचे जेवर,
बना दूसरों का हरवाहा रमदुल्ला

चाल फरेब, दगाबाजी से नावाकिफ
आम आदमी सीधा सादा रमदुल्ला

खेती से मजदूरी अच्छी शहरों की
कहता है किस्मत का मारा रमदुल्ला

खाएँ पियें पढ़ जाएँ ‘सुगम’ उसके बच्चे
नहीं चाहता इससे ज्यादा रमदुल्ला।


Image : Whacky seated on the ground Study to Boyarynya Morozova
Image Source : WikiArt
Artist : Vasily Surikov
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