झूठ बोले तो बोले सफाई न द

झूठ बोले तो बोले सफाई न द

झूठ बोले तो बोले सफाई न दे
इस तरह कोई सच की दुहाई न दे

मारत भी नहीं और रिहाई न दे
ऐसे सय्याद की आशनाई न दे

रूठता है तो बहरा-सा बन जाए है
लाख चिल्लाएँ उसका सुनाई न दे

जुल्म ढाता रहे मान पाता रहे
ऐ खुदा यूँ किसी को खुदाई न दे

प्यार अहदे-वफा मुझको दे या न दे
यार को लज्जते-वेवफाई न दे

झूठ के साथ लोगों की इक भीड़ है
साथ सच का मगर पारसाई न दे

‘विपप्लवी’ घर जलाकर उड़ाये हँसी
ऐसा दुश्मन तो दे ऐसा भाई न दे।


Image : The prospector
Image Source : WikiArt
Artist : Julian Ashton
Image in Public Domain

बी.आर. विप्लवी द्वारा भी