कब कहा आज, कल चाहिए

कब कहा आज, कल चाहिए

कब कहा आज, कल चाहिए
जिसमें जी लूँ वो पल चाहिए

तुमने पौधा लगाया अभी
और अभी तुमको फल चाहिए

सड़ चुका है सरोवर का जल
उनको खिलता कमल चाहिए

पान अमृत का जब कर लिया
कह रहा है गरल चाहिए

दिल की मिट्टी करो और नम
जो गजल की फसल चाहिए।


Image : Arum and Conservatory Plants
Image Source : WikiArt
Artist : Pierre-Auguste Renoir
Image in Public Domain