मुहब्बत हमारी सजा दे गई है

मुहब्बत हमारी सजा दे गई है

मुहब्बत हमारी सजा दे गई है
मगर हमनफस बन वफा दे गई है

अजब रौशनी-सी बिखर के जिगर से
नई जिंदगी की अदा दे गई है

कहाँ साथ देता जहाँ हमसफर-सा
इबादत मगर हर दुआ दे गई है

चले हैं सभी हमक़दम मरहला को
मगर चाल उनकी दगा दे गई है

मिलेंगे मुसाफिर कभी राह के हम
हसीं जो हमारी सदा दे गई है।


Image : Portrait of a North African girl
Image Source : WikiArt
Artist : Jean François Portaels
Image in Public Domain