मंदिर मस्जिद और शिवाला तेरे दर
- 1 April, 2022
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https://nayidhara.in/kavya-dhara/hindi-gazal-about-mandir-masjid-aur-shivaala-tere-dar-by-sushil-sahil-nayi-dhara/
- 1 April, 2022
मंदिर मस्जिद और शिवाला तेरे दर
मंदिर, मस्जिद और शिवाला तेरे दर
गोशा-गोशा नर्म उजाला तेरे दर
जब-जब चाँद के पैरों में जंजीर पड़ी
दौड़ के आया चाँद का हाला तेरे दर
चेहरा-चेहरा फैला है अनवारे-खुदा
कोई न गोरा कोई न काला तेरे दर
नानक, बुल्लेशाह, रहीम के संग खड़े
तुलसी, मीरा, सूर, निराला तेरे दर
हर कोई अनजान डगर से है लेकिन
आ जाता है अल्लाह वाला तेरे दर
लाख जतन कर ले कोई, पर बंद कभी
होता नही किस्मत का ताला तेरे दर
बाहर तरसें इक-इक बूँद को हम ‘साहिल’
अंदर छलके प्रेम पियाला तेरे दर।
Image : Prayer in Cairo
Image Source : WikiArt
Artist : Jean Leon Gerome
Image in Public Domain