भले आय नहीं

भले आय नहीं

भले आए नहीं तुमको किसी अंजाम की खुशबू
फिजा में खुद ही फैलेगी तुम्हारे काम की खुशबू

तुम्हीं माने नहीं और चल पड़े ऊँची दुकानों में
मुझे तो आ रही थी खूब ऊँचे दाम की खुशबू

तेरी सेवा से बढ़ कर अब इबादत और क्या होगी
तेरी गोदी में माँ मिलती है चारों धाम की खुशबू

यहाँ लगता नहीं है जी मुझे उस ओर ही ले चल
जहाँ से आ रही है मेरे प्रभु श्री राम की खुशबू

गली के मोड़ पे देखा था पहली बार जब तुमको
बसी है आज भी मन में मेरे उस शाम की खुशबू।


Image : Little Ann Sucking Her Finger Embraced
Image Source : WikiArt
Artist :Mary Cassatt
Image in Public Domain

ममता किरण द्वारा भी