पत्थरों का शहर पत्थरों की जुबाँ?

पत्थरों का शहर पत्थरों की जुबाँ?

पत्थरों का शहर पत्थरों की जुबाँ?
तुमको पूछें कहाँ तुमको ढूँढें कहाँ?

तुमको देखा तो सौ-सौ बहारें खिली
तुम हो जाने-गजल या कोई कहकशाँ

हमने तिनके चुने प्यार की छाँव में
आशियाँ लूटकर मुस्कराया खिजाँ

दर्द देकर हमें तुम हुए लापता
किससे पूछे तुम्हारी सनम दास्ताँ

हद अदा पर तुम्हारी हुए हम फिदा
है कसम अब न लो तुम मेरा इम्तिहाँ

आँसुओं का समंदर है इस आँख में
बनके कश्ती उतर आओ जाने-जहाँ

हम तरसते रहेंगे युँ ही प्यार को
इस जहाँ, इस जहाँ और जाने कहाँ?


Image : Self Portrait
Image Source : WikiArt
Artist : Eastman Johnson
Image in Public Domain