पत्थरों को रस्ते से हर कदम हटाना है

पत्थरों को रस्ते से हर कदम हटाना है

पत्थरों को रस्ते से हर कदम हटाना है
मंजिलें बुलाती हैं, रास्ता बनाना है

दिल हर एक बुराई से अपना यूँ बचाना है
एक-एक पत्थर को आईना बनाना है

आसमाँ है मुट्ठी में, हौसला बढ़ाना है
देखते रहो या रब, करके बस दिखाना है

खत्म हो गईं समझो इंतजार की घड़ियाँ
तिनका-तिनका बुन बुनकर आशियाँ बनाना है

अब नजर नहीं आते वो बहार के मौसम
हमको अब खिजाओं से अपना दिल लगाना है

मुद्दतों के बाद ऐसा खुशगवार है मौसम
खोलिए दरीचों को, खुशबुओं को आना है


Image : Turning the Soil
Image Source : WikiArt
Artist : Tom Roberts
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आराधना प्रसाद द्वारा भी