समझ के सोच के ढर्रे बदल दिए जाएँ
- 1 April, 2022
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https://nayidhara.in/kavya-dhara/hindi-gazal-about-samajh-ke-soch-ke-dharre-badal-die-jaen-by-vijay-kumar-swarnkar-nayi-dhara/
- 1 April, 2022
समझ के सोच के ढर्रे बदल दिए जाएँ
समझ के सोच के ढर्रे बदल दिए जाएँ
अब इंकलाब के नुस्खे बदल दिए जाएँ
अब अपनी अपनी किताबें सँभाल कर रखिए
कहीं ये हो न कि पन्ने बदल दिए जाएँ
अब इनमें कुछ खुली आँखें दिखाई पड़ती हैं
पुराने पड़ चुके पर्दे बदल दिए जाएँ
तुम आदमी हो ये ऐलान क्यों नहीं करते
उन्हें सनक है कि खूँटे बदल दिए जाएँ
तमाम लोगों के चेहरे बदलना मुश्किल है
तो हल यही है कि चश्मे बदल दिए जाएँ।
Image : Two Workers on Strike
Image Source : WikiArt
Artist : Nicolae Vermont
Image in Public Domain