समंदर की लहर पहचानता हूँ

समंदर की लहर पहचानता हूँ

समंदर की लहर पहचानता हूँ क्या करूँ लेकिन
हवा का रूख बदलना चाहता हूँ क्या करूँ लेकिन

मुझे मालूम है जाना मुझे है किस दिशा में पर
मैं कश्ती की दशा भी देखता हूँ क्या करूँ लेकिन

जवानी थी कमाता था तो देता था तुम्हें बेटे
बुढ़ापा आ गया तो माँगता हूँ क्या करूँ लेकिन

मुझे मालूम है किसने लगाई आग पानी में
धुआँ जो उठ रहा है देखता हूँ क्या करूँ लेकिन

हुए जो जुल्म मजलूमों पे बेशक जानता हूँ मैं
कहाँ खामोश रहना चाहता हूँ क्या करूँ लेकिन

जिधर भी देखता हूँ रास्ते सब बंद पाता हूँ
तेरे कूचे से जाना चाहता हूँ क्या करूँ लेकिन।


Image : Old Man
Image Source : WikiArt
Artist : Laszlo Mednyanszky
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डी.एम. मिश्र द्वारा भी