था जुनूने इश्क

था जुनूने इश्क

था जुनूने इश्क जो दुश्वारियों ने खा लिया
दिल की हसरत को भी जिम्मेदारियों ने खा लिया

बिन जिए बचपन को अब बच्चे बड़े होने लगे
बालपन की उम्र पहरेदारियों ने खा लिया

हम खुशी के वास्ते तैयारियाँ करते रहे
और पूरी उम्र इन तैयारियों ने खा लिया

योजनाएँ जो बनीं इक आम जन के वास्ते
लीडरों ने खा लिया, अधिकारियों ने खा लिया

दुश्मनों की थी नहीं हस्ती मगर इस देश को
हमवतन, हमजाद की गद्दारियों ने खा लिया

रहनुमा यूँ ही नहीं तो गिर गए हैं आँख से
साख को इनकी ‘चमन’ मक्कारियों ने खा लिया।


Image : The family of the violin player
Image Source : WikiArt
Artist : Gerolamo Induno
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