तुम रेशम-रेशम लगती हो

तुम रेशम-रेशम लगती हो

तुम रेशम-रेशम लगती हो
गजलों की सरगम लगती हो

हरी घास पर मोती जैसी
तुम शबनम-शबनम लगती हो

तुम मेरे उदास आँगन में
पायल की छम-छम लगती हो

तुम इतनी पावनतम हो प्रिय
गंगा का उद्गम लगती हो

याद तुम्हारी आती जब-जब
तुम आँखें पुरनम लगती हो

मेरे जीवन के अंबर पर
तुम पूनम-पूनम लगती हो।


Image: The Parsee Lady
Image Source: Wikimedia Commons
Artist: Raja Ravi Varma
Image in Public Domain