वह भी बना कबीर

वह भी बना कबीर

वह भी बना कबीर कि बातें करना उल्टी बानी में,
आग लगाना सीखे कोई उससे ठंढे पानी में।

मुश्किल नहीं कयास लगाना, आगे क्या कर सकता है,
जिसने पी हो घूँट खून की बिल्कुल भरी जवानी में

बिजली, पानी, सड़क, न्याय की प्रजा भूल जाए बातें,
अब तो साले के मुद्दे पर ठनी है राजा-रानी में

साँपों के सम्मेलन में है सदर नेवला बना हुआ,
रोज नया नाटक मंचित होता है राजधानी में।


Image :The Last King. Empty throne.
Image Source : WikiArt
Artist :Nicholas Roerich
Image in Public Domain

विजय प्रकाश द्वारा भी