वो रिश्ते मुस्तकिल हैं
- 1 April, 2022
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https://nayidhara.in/kavya-dhara/hindi-gazal-about-vo-rishte-mustakil-hain-by-krishna-kumar-naz-nayi-dhara/
- 1 April, 2022
वो रिश्ते मुस्तकिल हैं
वो रिश्ते मुस्तकिल हैं, यूँ तो पल-दो-पल के होते हैं
समंदर और धरती से जो इक बादल के होते हैं
निगल जाती है छोटी मछलियों को हर बड़ी मछली
नियम-कानून सब लागू यहाँ जंगल के होते हैं
नहाते रेत में चिड़ियों को जब देखा तो ये जाना
जरूरत हो तो नखरे और भी बादल के होेते हैं
सियासत और उजला पैरहन इक साथ नामुमकिन
वहाँ तक जाने वाले रास्ते दलदल के होते हैं
चमक वैसी ही हो, आकार भी वैसा ही हो लेकिन
जो सोने के नहीं होते, वो जेवर हलके होते हैं
किसी के जिस्म को ऐ ‘नाज’ चिथड़ा तक नहीं हासिल
किसी की खिड़कियों के परदे भी मखमल के होते हैं।
Image : Street Scene Tangiers
Image Source : WikiArt
Artist : Willard Metcalf
Image in Public Domain