क्या थे किरदार क्या कहानी थी

क्या थे किरदार क्या कहानी थी

क्या थे किरदार क्या कहानी थी
वो भी क्या खूब जिंदगानी थी

खूबसूरत जड़ें सितारे थे
उसकी चादर जो आसमानी थी

एक ठोकर पे था जहाँ सारा
वो भी क्या जोश क्या जवानी थी

घर था बेटे का, चुप ही रहना था
उम्र ढलती हुई बितानी थी

उसके जीने का बन गया वो सबब
पास उसकी जो इक निशानी थी

रंग लाई है उसकी मेहनत अब
खाक दुनिया की उसने छानी थी

भीड़ में गुम वो हो गया कैसे
शख्सीयत वो तो जानी मानी थी

जब भी आया खुशी का पल कोई
अपनी किस्मत तो रूठ जानी थी

आज भी उससे दिन महकते हैं
मेरे हिस्से जो रूत सुहानी थी

तब से गायब सुकूँ था चेहरे से
जब से बिटिया हुई सयानी थी

अपनी कह कर ही चल दिए तुम तो
मुझको अपनी भी कुछ सुनानी थी

उसकी हर बात सह गई हँसकर
प्रीत अपनी मुझे निभानी थी

ये सफर, था तो सिर्फ इतना था
जान जानी थी, मौत आनी थी


Image : Artist_s Wife with Pegasus
Image Source : WikiArt
Artist :Józef Mehoffer
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ममता किरण द्वारा भी