हम भी शहर गये थे कमाने
- 1 April, 2022
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https://nayidhara.in/kavya-dhara/hindi-gazal-hum-bhi-shahar-gaye-the-kamaane-by-k-p-anmol-nayi-dhara/
- 1 April, 2022
हम भी शहर गये थे कमाने
हम भी शहर गए थे कमाने, नहीं जुड़े
मेहनत से, भागदौड़ से, दाने नहीं जुड़े
कोशिश तो की थी मैंने भी बचने की साफ-साफ
पर सच कहूँ तो मुझसे बहाने नहीं जुड़े
धागे में गाँठ वाली थी रहिमन की बात सच
एक-दूसरे से रूठे दीवाने नहीं जुड़े
सोचो कि बात आगे बढ़ेगी तो किस तरह
दो दिल तो जुड़ गए हैं, घराने नहीं जुड़े
फुरसत में अब भी गम की धुनें सुन रहे हैं वे
जिन-जिन के इश्क वाले तराने नहीं जुड़े
सारा शहर ही व्यस्त था मुझको इसीलिए
फुरसत में बैठने को ठिकाने नहीं जुड़े
‘अनमोल’ गर जुड़े हैं तो मन से जुड़े हैं बस
हम दूसरों से लाभ उठाने नहीं जुड़े।
Image : Paris. Boulevard des Capucines
Image Source : WikiArt
Artist : Konstantin Korovin
Image in Public Domain