रहगुजर में आग

रहगुजर में आग

रहगुजर में आग है अभी
तख्त पर एक नाग है अभी

है सिंकदर रहनुमा मगर
मुल्क पर वो दाग है अभी

है लुगाई सल्तनत नई
मौज करता काग है अभी

ख्वाब बँटते नये-नये
यूँ न रोटी साग है अभी

ताज की है जंग छिड़ चुकी
हरकदम षरराग है अभी

जुल्म दहशत अपहरण यहाँ
प्यार का यूँ राग है अभी

है गजल की अंजुमन सजी
और मनता फाग है अभी


Image : Maulvi in Meditation
mage Source : WikiArt
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