सब उलटा-सीधा करते हो

सब उलटा-सीधा करते हो

सब उलटा-सीधा करते हो
मिलकर भी तन्हा करते हो

चिंगारी सी क्या अंदर है
सारी रात हवा करते हो

घर में ज्यादा भीड़ नहीं है
छत पे क्यों सोया करते हो

अपनी थोड़ी कहासुनी थी
चाँद से क्यों चर्चा करते हो

थोड़ी फिक्र सही लोगों की
तुम थोड़ी ज्यादा करते हो

ख्वाहिश ढेरों, उम्र जरा है
वक्त कहाँ जाया करते हो

जीना वैसा, मरना वैसा
जैसा आप हुआ करते हो।


Image : Young Woman in Green
Image Source : WikiArt
Artist : William James Glackens
Image in Public Domain

ध्रुव गुप्त द्वारा भी