फ़ौलादी सीनों में जलती प्रेम की अगन

फ़ौलादी सीनों में जलती प्रेम की अगन

फ़ौलादी सीनों में जलती प्रेम की अगन ज़रूरी है
कुछ भी हो जाए मेरे यारों पहले वतन ज़रूरी है

सच कहता हूँ दुनिया में सब कुछ पाया जा सकता है
पर कुछ भी पाने की ख़ातिर सच्ची लगन ज़रूरी है

मेरा ना कोई ग़ैर यहाँ पर ना ही कोई दुश्मन है
बन जाते हैं मेरे सब अपने, बस इक मिलन ज़रूरी है

थोड़ी समझ ज़रूरी है गर जीना है इस दुनिया में
नहीं मुक़द्दर से सब मिलता सच्चा जतन ज़रूरी है

‘बंधु’ तेरे न होने से मेरी हर इक ख़ुशी अधूरी है
ख़ुश रहने की ख़ातिर तेरा मेरा मिलन ज़रूरी है।


अविनाश बंधु द्वारा भी