झूठ को इतना असरदार बना लेते हैं

झूठ को इतना असरदार बना लेते हैं

झूठ को इतना असरदार बना लेते हैं
साँच को छाँट के अख़बार बना लेते हैं

तीर तरकस भी मददगार उन्हीं का होगा
जो कि सबरी को मददगार बना लेते हैं

आज पढ़ने-पढ़ाने में बड़प्पन उनका
पाठ जो ज्ञाण से रसदार बना लेते हैं

भूख कुर्सी की रहे तो ईमान वाले भी
तोड़ के, जोड़ के सरकार बना लेते हैं

सारी मजबूरियों का टीस झेलते बच्चे
भात बासी को ही त्योहार बना लेते हैं।