जेह्नो-दिल से शख्स जो बेदार है

जेह्नो-दिल से शख्स जो बेदार है

जेह्नो-दिल से शख्स जो बेदार है
दर हकीकत वो ही खुदमुख्तार है

आँख मूँदी आ गए वो सामने
बीच अपने कब कोई दीवार है

रूप-रंग उसका, महक उसकी अदा
दिल की दुनिया इनसे ही सरशार है

जीस्त में कुछ कर गुजरने के लिए
आश्नाई खुद से भी दरकार है

दर्द, गम, हसरत, मसर्रत से भरा
दिल हमारा दिल नहीं बाजार है

दर्द की शिद्दत के बढ़ने पर लगा
ये तो कोई लाइलाज आजार है

जिसने भी ‘दरवेश’ हिम्मत हार दी
जिंदगी उसके लिए दुश्वार है


Image name: Homem do Mar (Leça)
Image Source: WikiArt
Artist: Antonio Carneiro
This image is in public domain