जीवंत स्वप्न

जीवंत स्वप्न

चारों तरफ़
पसरा है
सन्नाटा

मौत के
मातम सा

लाशों को
ढो रहा है
कब्रिस्तान
आँखों में नमी लिए

मासूमियत
हो रही है
चट्टान

बदल रहे हैं
मूल्य

सहयोग, सहानुभूति
प्रेम, सौहार्द्रता के
बदल रहे हैं
पर्याय

ऐसे में
ढूँढ़ती हूँ मैं
अपने अंदर
कुछ तरल, पारदर्शी
प्राकृतिक-सा

ताकि देख सकूँ
इस मरे हुए
समय में

कुछ जीवंत सपने
सच्चाइयों को
झुठला कर।


Image name: Hero Holding the Beacon for Leander
Image Source: WikiArt
Artist: Evelyn De Morgan
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