वक्त होता है

वक्त होता है

वक्त होता है
जब पत्ते खड़कने का बहुत बड़ा अर्थ होता है
वरना ढोल पीटना भी व्यर्थ होता है

वक्त होता है
जब नंगा होना धर्म होता है
और तब कपड़ों से बाहर आ जानेवाला नहीं
भीतर घुसा रहने वाला
ज्यादा बेशर्म होता है

वक्त होता है
जब पत्थर का नहीं
पानी का स्पर्श भी बहुत सख्त होता है
और जैसा एक बुजुर्ग कवि कह गया है
कि तब जो आँख से टपकता है
वो पानी नहीं रक्त होता है
दोस्तो, जिसे कुछ कर गुजरना हो
उसके लिए ऐसा वक्त तो
हर वक्त होता है!


Image name: Self-portrait in front of blue background
Image Source: WikiArt
Artist: Richard Gerstl
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नरेश सक्सेना द्वारा भी