आने वाला दिन

आने वाला दिन

आने वाला दिन
होगा कुछ और कठिन

चीजों की सारी पहचानें गुम होंगी
बचपन की उजली मुस्कानें गुम होंगी
घर-आँगन में
फैलेगा काला आहिन

श्रम के घर रोटी के भी लाले होंगे
सच के मुँह पर जड़े हुए ताले होंगे
ढाही सिंह को
मारेंगी गायें गाभिन

सतरंजी चालें चलता रोवट होगा
हिंसा के गुण गाता अक्षयवट होगा
विमल प्यार का
पाठ पढ़ाएगी सौतिन

नहीं जमाने को निरखें हो मूक-बधिर
लड़नी होगी एक लड़ाई अंतिम फिर
नहीं रहेंगे
बँधे नदी के बाँध-पुलिन।


नचिकेता द्वारा भी