प्रेम से ही उपजते हैं

प्रेम से ही उपजते हैं

लिखा जा रहा है
बहुत कुछ
पर मैं लिखती रहूँगी सिर्फ
प्रेम
क्योंकि मुझे पता है
दुनिया के सारे विमर्श
प्रेम से ही उपजते हैं और
एक खूबसूरत दुनिया को
बचाये रखने के लिए
बहुत जरूरी है
हमारा प्रेम में पड़े रहना।


Image :Devotion
Image Source : WikiArt
Artist : Piet Mondrian
Image in Public Domain