डिक्सनरी

डिक्सनरी

तुम्हारे डिक्सनरी से
हटते क्यों नहीं
पर, किंतु, परंतु जैसे
कई बड़े-बड़े शब्द।
कलम चलाते चलाते
अक्सर रुक जाते हैं तुम्हारे हाथ
कलम पर उँगलियाँ फिराते
गोल-मटोल घुमाने लगते हो
तुम्हारे वो मकसदी बात।

रुक जाते हैं तुम्हारे लब्ज
फड़फड़ाते चिहुँकते
होठों की कँपकँपाहट
कसमेकश की स्थिति में
मन ही मन बुदबुदाते सही जवाब
और दबी रह जाती है होठों तले।

जोड़-घटाव करते-करते
करने लगते हो अक्सर
तुम्हारे फायदे का सौदा
शायद मन के अंदर बैठा आदमी
रोकने लगता है तुम्हें
कोई नीच अन्याय करने से।

तुम्हारे पर, किंतु परंतु जैसे शब्दों से ही
संविधान में छेद करके
बेच दी जाती है हेक्टयर के हेक्टयर जमीन
कोयला सोना, तांबा, अबरख इत्यादि
और मालगाड़ियों पर लादकर ले जाते हैं
हमारे कुदरती धरोहर को।


Image : The Meeting at the Pharmacy
Image Source : WikiArt
Artist : Jose Gutierrez Solana
Image in Public Domain

निर्मला पुतुल द्वारा भी