कविता की तासीर

कविता की तासीर

भर सकती है कविता
धर्म की आँखों में
थोड़ी करुणा
पड़ोसी की आँखों में
थोड़ा पानी
सत्ता की आँखों में
थोड़ी शर्म
गरीब की आँखों में
थोड़ी आस
अमीर की आँखों में
थोड़ी झिझक
बेबस की आँखों में
ढेर सारी आग
गढ़ सकती है कविता
देश के हृदयस्थल पर
इनसानियत की
सबसे बड़ी स्टेचू
बना सकती है
शब्दों की खूबसूरत ईंटों से
दिलों को जोड़ने वाला
डबल डेकर पुल
नफरत की
चौड़े पाट वाली नदी पर
तोड़ने वालों से
मजबूत है कहीं अधिक
कविता की
जोड़ने वाली तासीर।


Image :Man holding book
Image Source : WikiArt
Artist : Rogier van der Weyden
Image in Public Domain