पहली भाषा
- 1 October, 2022
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https://nayidhara.in/kavya-dhara/hindi-poem-about-first-language-by-abhilash-pranav/
- 1 October, 2022
पहली भाषा
प्रेयसियाँ मुझे हमेशा भाषा सरीखी लगीं
और उनसे प्रेम करना एक नई भाषा सीखने जैसा
मैंने कहीं पढ़ा था
नई भाषा को जल्दी और तरीके से सीखने के लिए
स्मृति से हटानी पड़ती है
पुरानी भाषा की वर्णमाला
भूलना पड़ता है पुरानी भाषा का
कंठस्थ व्याकरण
क्योंकि हर भाषा का होता है अपना अलग इतिहास।
और मुझसे हर बार यही गलती हुई
मैंने नई भाषा को हमेशा पुरानी भाषा से सीखने की कोशिश की
इस्तेमाल किया पुरानी भाषा के व्याकरण को नई भाषा में
और वक्त के साथ
या तो भाषा ने मुझे या मैंने भाषा को अधूरा छोड़ दिया।
अब मैं अँग्रेज़ी में शेखी बघारता हूँ
फ्रेंच में चूमता हूँ
उर्दू में तारीफ करता हूँ
बंगाली में गाना गाता हूँ
मगर रोने के लिए खुद को ‘पहली भाषा’ में ही सहज पाता हूँ।
Image : Young Girl Thinking
Image Source : WikiArt
Artist : Jules Breton
Image in Public Domain