इतिहास बदलने वाले हैं

इतिहास बदलने वाले हैं

हम धरती क्या, आकाश बदलने वाले हैं
हम तो कवि हैं, इतिहास बदलने वाले हैं

हर क्रांति कलम से शुरू हुई, संपूर्ण हुई
चट्टान जुल्म की, कलम चली तो चूर्ण हुई
हम कलम चला कर त्रास बदलने वाले हैं
हम तो कवि हैं, इतिहास बदलने वाले हैं

जब-जब जनता पर दुःख की बदली छाई है
तब-तब हमने विप्लव बिजली चमकाई है
मानवता का परिहास बदलने वाले हैं
हम तो कवि हैं, इतिहास बदलने वाले हैं

पहले हमने गुन राम-श्याम का गाया था
विरही मन का, बादल को दूत बनाया था
अब कुटियों का चौमास बदलने वाले हैं
हम तो कवि हैं, इतिहास बदलने वाले हैं

है जीवन पर न अमीरों का एकाधिकार
इस गुलशन में चालीस करोड़ों की बहार
हम घर-घर का मधुमास बदलने वाले हैं
हम तो कवि हैं, इतिहास बदलने वाले हैं

तलवार हमारी है निर्भय आज़ाद कलम
हम लड़ते आए ज़ोर-जुल्म से जनम-जनम
हम निर्बल का संन्यास बदलने वाले हैं
हम तो कवि हैं, इतिहास बदलने वाले हैं

जो फूट निरंतर खून देश का पीती है
उसको पी कर कविता की स्याही जीती है
हम हर दुश्मन की प्यास बदलने वाले हैं
हम तो कवि हैं, इतिहास बदलने वाले हैं

पंद्रह अगस्त के दिन थी जिसकी नींव पड़ी
उस प्रजातंत्र की रखवाली में कलम खड़ी
ना मानो तो विश्वास बदलने वाले हैं
हम तो कवि हैं, इतिहास बदलने वाले हैं

ओ महल! कुटी की ओर मचल जा घूम कर
ओ कुटी! महल की ओर उछल जा झूम कर
हम धरती का विन्यास बदलने वाले हैं
हम तो कवि हैं, इतिहास बदलने वाले हैं।


Image: _the revolutionary meeting-1883
In valley and distant jan brueghel the elder
Image Source: WikiArt
Artist : Ilya Repin
Image in Public Domain