क्या पतझड़ आया है?

क्या पतझड़ आया है?

पत्तों ने ली अँगड़ाई है
क्या पतझड़ आया है
इक रंगोली बिखराई है
क्या पतझड़ आया है?

रंगों की जैसे नई छटा
है छाई सभी दरख्तों पर
पश्चिम में जैसे आज पिया
चलती पुरवाई है
क्या पतझड़ आया है?

पत्तों ने कैसे फूलों को
दे डाली एक चुनौती है
सुंदरता के इस आलम में
इक मस्ती छाई है
क्या पतझड़ आया है?

कुदरत ने देखो पत्तों को
है एक नया परिधान दिया
दुल्हन जैसे करके शृंगार
सकुची शरमाई है
क्या पतझड़ आया है?

पत्तों ने, बेलों ने देखो
इक इंद्रधनुष है रच डाला
वर्षा के इंद्रधनुष को जैसे
लज्जा आई है
क्या पतझड़ आया है?

नारंगी, बैंगनी, लाल सुर्ख
कत्थई, श्वेत भी दिखते हैं
था बासी पड़ गया रंग हरा
मुक्ति दिलवाई है
क्या पतझड़ आया है?

कोई वर्षा का गुणगान करे
कोई गीत वसंत के गाता है
मेरे बदरंग से जीवन में
छाई तरुणाई है
क्या पतझड़ आया है?


mage : Autumn
Image Source : WikiArt
Artist : Isaac Levitan
Image in Public Domain