एक दीया भारत माँ के नाम

एक दीया भारत माँ के नाम

आओ मिलकर जलाएँ
एक दीया भारत माँ के नाम

देश के जन-जन की है यही पुकार
अब नहीं जलाएँगे
चाईनीज दीये, बल्ब और लड़ियाँ
अब तो जलाएँगे
सिर्फ अपनी माटी से बने दीये
वे दीये, जिसे बनाए हैं
हमारे कुम्भकारों ने अपने श्रम से
अपनी मेहनत से
कि इस दीये में समाया हुआ है
उसके परिवार की खुशबू!

अब समय की यही है माँग
जिस पर उतरना है खरा
पूरे देशवासियों को
ताकि विदेशियों को मिल जाए
तगड़ा संदेश भारत विरोध का
एक दीये की लौ
कर देगी खंड-खंड
विदेशियों के घमंड को
फिर उन्हें होना होगा
नत-मस्तक

आओ मिलकर जलाएँ
एक दीया देश के नाम
ताकि देश की छवि
पूरे ब्रह्मांड में
हो जाए उज्ज्वल।


Image: Oil lamp on thrikarthika
Image Source: Wikimedia Commons
Image in Public Domain

नीलोत्पल रमेश द्वारा भी