परेशान है राजा

परेशान है राजा

हुकुम दिया है राजा ने
गरियाओ उनके मर्दों को
भेजो लानतें।
जगाओ उनके मर्दों में
जहर मर्दानगी का।
करो उन्हें अपनी औरतों के खिलाफ
ताकि लौट जाएँ
चौराहों से घर की चार दीवारियों में।

बहुत खतरनाक होती हैं और निर्लज्ज
चौराहों पर आ जमीं औरतें।
बहुत खतरनाक होती हैं और जिद्दी
अगर उठा लें झंडा अपनी समझ का
अपने और अपने देश के हित में।
बहुत खतरनाक होती हैं और ताकतवर
राजा से भी ज्यादा
अगर मिल जाए स्वायत्ता।

राजा परेशान है
परेशान है राजा
सावधान प्रजा!

कैसी बदजात होती हैं ये औरतें
आत्मा ही हुई जाती हैं
न कटती हैं, न जलती हैं
न गलती हैं, न मरती हैं।

कैसी सिरजोर हैं ये औरतें
चेताना चाहता है
राजा अपने सिपाहियों को,
कामयाब हुई जाती हैं ये औरतें
नकाब उतारने में राजा की,
राजा के तमाम
स्त्री-पुरुष की बराबरी के
शराफती दावों की।
कर ही डालेंगी जैसे ऐसी-तैसी
झूठे आरोपों की।

गुप्तचर तक कर दिए
नाकामयाब इन औरतों ने
कैसी ढाल बनी बैठी हैं।

राजा परेशान है
बहुत परेशान है राजा
सावधान प्रजा।


Image : Scheveningen Woman with Wheeelbarrow
Image Source : WikiArt
Artist : Vincent van Gogh
Image in Public Domain

दिविक रमेश द्वारा भी