सोचने और समझने की बात

सोचने और समझने की बात

मेरे
रविदास मंदिर में
कोई ब्राह्मण
पूजा करने
क्यों नहीं आता?

पूजा करना तो दूर
मेरे वाल्मीकि मंदिर की ओर
कोई भी ब्राह्मण
आँख उठाकर
देखता तक नहीं!

तो फिर
क्यों जाता हूँ
मैं पिटने
और
लात-घूँसे खाने
ब्राह्मणों के मंदिरों में।

है न सोचने
और
समझने की बात।


Image : Old man_s head
Image Source : WikiArt
Artist : Jan Lievens
Image in Public Domain

सूरजपाल चौहान द्वारा भी