हमें तुमसे जुदा होना भी होगा

हमें तुमसे जुदा होना भी होगा

हमें तुमसे जुदा होना भी होगा
वो दिन जब आएगा मरना ही होगा

तसव्वुर में भी शायद मैंने कोई
नया कपड़ा कभी पहना भी होगा

पखेरू प्राण का है पास जब तक
शिकस्ता जिस्म को चलना भी होगा

मुकम्मल शख्सियत जो चाहते हो
अदब का पाठ कुछ पढ़ना भी होगा

थकन आने नहीं पाए सफर में
घड़ी भर को तुम्हें रुकना भी होगा

न तुम पाओ मिला जो आँख खुद से
तो ऐसे काम से बचना भी होगा।


Image : Two fishermen
Image Source : WikiArt
Artist : Emmanuel Zairis
Image in Public Domain

ममता किरण द्वारा भी