यह शहर कितना छोटा है मानचित्र पर

यह शहर कितना छोटा है मानचित्र पर

यह शहर कितना छोटा है मानचित्र पर

यहाँ आरा मशीन चलती है
तो लकड़ी के चीरने की आवाज़
इसके-उसके कानों तक पहुँचती रहती है निरंतर
जिस तरह रेलगाड़ी के गुजरने की आवाज़
बसों, टेम्पुओं, मोटरसाइकिलों की आवाज़
लोगों की आवाजाही की आवाज़
मेरे घर तक पहुँचती रहती है

मैं पुराने किले की पुरानी सीढ़ियों पर बैठा हूँ
किले के ढहने-ढहने को हो रहे गुंबदों के कबूतर
बतिया रहे हैं आपस में अपनी प्राचीन बोली में

माँ अकसर कहा करती थीं
हर पुराने मकान में भूत हुआ करते हैं
जो आदमी को पकड़ ले कभी
तो फिर जान लेकर ही छोड़ते हैं ज़ालिम

क्या पुराना से भी पुराना हो चुका यह शहर
अब भूतों से भरा है माँ!
जो यहाँ बच्चों की लाशें मिलती हैं फेंकी
अखबार वाले कहते हैं
उन बच्चों का अपहरण हुआ और फिर हत्या
क्या भूत ही पहले अपहरण करते होंगे
फिर मारते होंगे उन बच्चों को बेरहमी से

लड़कियों के शेल्टर होम से
रोज रात में बेबस चीखों की आवाज़ें निकलती हैं
क्या बेसहारा लड़कियों के लिए बने शेल्टर होम में
भूत ही डराते होंगे जो वे रातों को चीखती-चिल्लाती हैं
और उनका चीखना-चिल्लाना सरकारें नहीं सुना करतीं

सुना तो बस यही जाता रहा है कि शहर के मालिक तक को
रोज एक नई लड़की चाहिए होती है अपनी बगल में सुलाने के लिए

सच्ची में, यह शहर कितना छोटा है मानचित्र पर
जिसका कि पुराना नाम बदलकर नया कर दिया गया है

सरकारें अब नए शहर नहीं बसाया करती हैं
बस पुराने शहर के नाम बदल दिया करती हैं
अपने जुर्मों को छिपाते हुए।


Original Name: Wenden Ruins of chapel

Image source: WikiArt

Artist: Nicholas Roerich

Image in Public Domain

शहंशाह आलम द्वारा भी