आधी रात बारिश

आधी रात बारिश

अभी आधी रात का है वक्त
बारिश हो रही झर-झर
आ रही ठंडी हवा सर-सर
बूँदों से गुजरतीं भीगतीं
सर्द के अहसास से भरती हृदय को

धूप जब बढ़ जाय
आतप बरसने लग जाय
पत्ता भी न खड़के
जमीं से आकाश तक
चुप्पी पसर जाय
जब सघन हो रात
डर सबको डराए
क्या पता हो जाय
बाकी रात गहरी और लंबी
सूर्य पर छा जाय

घनी काली रात का है वक्त
आधी रात का है वक्त
बारिश हो रही झर-झर
जगी उम्मीद क्षण भर
मेघ जो बरसा हुमक कर
बहा ले जाएगा पानी अँधेरे को
आवाज देता वह सवेरे को।


Image : Sea at night
Image Source : WikiArt
Artist : Mikalojus Konstantinas Ciurlionis
Image in Public Domain

सुभाष राय द्वारा भी