कोरोना के बाद

कोरोना के बाद

बहुत दिनों के बाद
घर की घंटी बजी है
किसी की आमद
सुनाई दी है
उसकी दस्तक ने
उत्सुकता पैदा की है
अपने घर आने की
दावत दी है
टेबल पर चाय सजी है।

बहुत दिनों के बाद
चिड़ियाँ चहकी हैं
बालकनी में,
बहुत दिनों के बाद
सड़क आबाद हुई हैं
बाजार सजे हैं
धूप खिली है
अखबार के पन्ने खुले हैं।
बहुत दिनों के बाद
रसोई में नान वेज की
खुशबू फैली है,
कुत्तों ने पूँछ हिलाई है
बिल्ली की म्याऊँ सुनाई दी है,
दो सखियाँ गले मिली हैं
दोस्तों ने हाथ मिलाया है
चेहरे पर मुस्कान बिखरी है।

बहुत दिनों के बाद
बच्चों ने आँख मिचौली खेली है
पार्क में बॉल उछली है।
बहुत दिनों के बाद
स्कूल की घंटी बजी है
गरीब का चूल्हा हँसा है,
बहुत दिनों के बाद
नुक्कड़-चौराहों पर
ठहाके गूँजे हैं
बहुत दिनों के बाद।


Image : Peasants Chatting in the Farmyard, Eragny
Image Source : WikiArt
Artist : Camille Pissarro
Image in Public Domain

रजतरानी मीनू द्वारा भी