वापसी की यात्रा

वापसी की यात्रा

वापसी की यात्रा उम्मीदों से भरी होती है
प्रकाश, प्रेम और ‘थकान से मुक्ति’ के
जश्न की कामना लिए
वापसी की यात्रा हमेशा छोटी होती है
गमन की यात्रा से।
वापसी की यात्राएँ जमीन के साथ ही
निर्वात में भी तय होती है।
मन भागता है देह से पहले ही
उड़ता हुआ जा पहुँचता है
घर की चौखट पर ढूँढ़ता है
खुशियों की चाभी
घर लौटना नींद में लौटना है
आश्वस्ति और सुकून के गिलाफ पर
सर रखना, अपने घर का कमरा
दुनिया में सबसे आरामदायक जगह होती है
जहाँ लौट आता है आदमी मीलों यात्राएँ
करने के बाद अच्छी नींद के लिए
यात्रा में, हर यात्री को लौटना होता है वहीं
जहाँ से वह चलता है।
लौट आना प्रकृति है, लौट आना प्रेम है।
यात्रा में लौटना यात्रा का सबसे अहम भाग है
यात्राओं का अंत कभी मंजिल पर नहीं
हमेशा प्रस्थान बिंदु पर ही होता है।


Image : Veranda with Flowers
Image Source : WikiArt
Artist : Stefan Popescu
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नीरज नीर द्वारा भी