शुद्धता की खोज में

शुद्धता की खोज में

आना जाना लगा रहता है
जाना आना भी
मनुष्यता की खोल
उतार दी है सबने
मानवता का चोल
फेंक दिया है सबने
हमने इक इंच पवित्र मिट्टी
खोजी पटना में
नहीं मिली
कहा सबने
सबने सामूहिक गान किया
खाई कसमें सबने
कुछ कवि के पैर पड़े थे जहाँ-तहाँ
वहाँ शुद्धता बची थी
यह बात गिलहरी के पँजों को
देखकर पता चला
आना-जाना लगा रहता है
आरा-पटना
पटना-आरा
दोस्तो, हाथ बढ़ाओ!


Image name: Streifenhoernchen
Image Source: Wiki commons
Artist: Richardfabi
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