कुछ ऐसा करें

कुछ ऐसा करें

बेटियाँ इतिहास रचती रहें
कुछ ऐसा करें!

खुलेपन की हिमायत भी
जकड़बंदी भी वही
बने हाथी-दाँत कब तक
रहेंगे, शिकवा यही
खलबली चहुँओर मचती रहे
कुछ ऐसा करें!

फूल-कलियों, तितलियों की
खुशबुओं की चाह हो
पर चमन की हिफाजत की
ही नहीं परवाह हो

पुतलियों-सी मगन नचती रहें
कुछ ऐसा करें!

बढ़ें बेटी, पढ़ें बेटी
तुंग शिखरों पर चढ़ें
हम सभी को कर अचंभित
अपनी किस्मत खुद गढ़ें

मनुजता की
साख बचती रहे

कुछ ऐसा करें!

हौसलों का, उड़ानों का
हुनर का जयगान हो
करवटें लेते समय की
धार की पहचान हो

पाखियों की पाँत
जँचती रहे
कुछ ऐसा करें!
बेटियाँ इतिहास
रचती रहें
कुछ ऐसा करें!


Image : A lady writing
Image Source : WikiArt
Artist : Johannes Vermeer
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