कबतक?

कबतक?

कब तक यह आँख मिचौनी रे!
कब तक यह आँख मिचौनी?
कब तक ताकूँ राह तिमिर में,
इकटक बनकर मौनी रे?
किस खेती पर आशा बाँधूँ,
नाचूँ मन की दौनी रे?
दाना एक नहीं गिर पाता,
यह भी कौन उसौनी रे!
चाँद पकड़ने चली बावली,
यह अवनी की बौनी रे!
शशिधर! तुम्हीं मिलो तो माने,
यह नागिन की छौनी रे!
कब तक यह आँख मिचौनी रे!
कब तक यह आँख मिचौनी?


Image: Star of the Hero
Image Source: WikiArt
Artist: Nicholas Roerich
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