किराए की कोख

किराए की कोख

आजकल
मकान, दुकान और सामान की तरह
किराए की कोख भी
मिलने लगी है
अच्छा है अब तो
किस्तों पर माँ की ममता भी
बाजार में बिकने लगी है।

पहले मिला करते थे किराए पर
मकान, दुकान और सामान
जमाना बदल गया है
सुना है कि माँ के दूध के साथ
ममता भी किराए पर मिलने लगी है
आजकल
इश्तहारों में ‘किराये की कोख’
उचित दाम पर दिखने लगा है।


Original Image: The Childs Bath
Image Source: WikiArt
Artist: Mary Cassatt
Image in Public Domain
This is a Modified version of the Original Artwork

श्वेता शेखर द्वारा भी